टैली एकाउंटिंग क्या है और टैली का उपयोग क्या है | tally mai leadger Kaise Banaye ?

नमस्कार, तो केसे हे आप लोग, आज हम इस आर्टिक्ल मै बात करने वाले है एकाउंटिंग  की बहुत बड़ी कड़ी के बारे मे जिसे आप सभी लोग टैली के नाम से जानते है।

आज मैं आपको बताऊंगा टैली क्या है, टैली किस काम आती है और टैली का उपयोग केसे करे, साथ ही हम ये भी जानेंगे की टैली केसे सीखे, ओर  अगर आप टैली सीखना चाहते है तो कहा से सीखे और कोनसा टैली का संस्करण सीखना चाहिए।

इसके अलावा भी और Tally के बारे मैं बहुत सारी जानकारी और खास  चीजों के बारे मैं आज मैं आपको बताने वाले है।

टैली क्या है- tally kya hai

Tally kya hai – टैली एक एडवांस रूपांकित अकाउंटिंग सॉफ्टवेर है, जिसका उपयोग कम्प्युटर में अकाउंटिंग करने के लिए किया जाता है। किसी भी व्यापार में एकाउंटिंग का काम सबसे महत्वपूर्ण होता है, सारी चीजों का हिसाब किताब रखना और सारे बिकने वाली वस्तु या पैसे का लेनदेन और महत्वपूर्ण खर्च का हिसाब रखना ही एकाउंटिंग कहलाता है, ओर आज के आधुनिक जमाने में ये अकाउंटिंग का काम भी कम्प्युटर से होता हे, जिसके लिए अछे एक अकाउंटिंग सॉफ्टवेर की जरूरत होती हे। ताकि काम आसानी से ओर जल्दी हो ओर आज के वक्त मै अकाउंटिंग करने के लिए tally सबसे अछा सॉफ्टवेर कोई नहीं हे।

एकाउंटिंग की बात विस्तार से करें तो किसी भी कंपनी या फर्म में सेल्स यानी बिक्री और खरीद इन सब का हिसाब रखना काफी महत्वपुन ओर आवश्यक होता हे

इस से कंपनी में कितना खर्चा हुआ और कितना धन बचा, उसके अनुसार अनुमान लगाया जाता हे की कंपनी फायदे मे चल रही या घाटे मै, इस हिसाब को ही एकाउंटिंग कहते है।

टैली का उपयोग क्या है ?

पहले के जमाने में एकाउंटिंग को कॉपी और पेन की मदद से किया जाता था जिसमें मुनीम यानी अकाउंटेंट कलम से एक कॉपी में व्यवसाय के सारे हिसाबों को लिखकर रखता था और वक्त आने पर जब मालिक हिसाब पूछते थे, तो वह खाता कॉपी मैं से सारा हिसाब देखकर बता देते थे, इस प्रक्रिया में काफी वक्त और मेहनत जाया होती थी। ओर इतनी मेहनत के बाद भी कभी-कभी हिसाब जोड़ने मे गलती हो जाने की संभावना होती थी,

आज के इस डिजिटल जमाने में जहा हर चीज digital हो गयी है, वहा एकाउंटिंग का काम भी डिजिटल  हो गया है ओर अब हिसाब किताब कॉपी पेन से न करके कंप्यूटर से किया जाता है जहां सारा हिसाब किताब जैसे बिक्री या खरीद या खर्चे या तनख्वाह इन सब का हिसाब एक सॉफ्टवेयर में या एक सॉफ्टवेयर की मदद से एक जगह दर्ज कर लिया जाता है।

टैली भी एसा ही एक एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से आप बहुत ही आसानी से एकाउंटिंग और हिसाब किताब कर सकते हैं, इसमें आप हर व्यक्ति के नामे के अनुसार अलग-अलग खाते बनाकर उनको कितने पैसे देने हैं या उनसे कितने पैसे लेने हैं, ये सारी जानकारी दर्ज कर सकते हैं और इस साल आपने कितनी बिक्री की कितना माल खरीदा इन सारी जानकारी को भी टैली में दर्ज कर सकते हैं।

टैली सीखने के क्या लाभ है ?

इस से आपको काफी फायदे होंगे, जेसे; टैली मै आपकी कंपनी का डाटा मेनेज़ रखने से आपको अपने बिज़नस के स्तर का ज्ञात होगा, टैली मे डाटा स्टोर रखने से किसी भी सरकारी कामों में जैसे टैक्स जीएसटी इन सारी जगहो पर आप अपने व्यवसाय का हिसाब दे सकते हे।

टैली का उपयोग कैसे करें?( how to use tally in Hindi? )

एकाउंटिंग  का काम काफी मेहनत और ध्यानपूर्वक होने वाला काम होता है इसमें थोड़ी सी भी गलती आपके पूरे हिसाब में गड़बड़ी कर सकती है, इसी कारण से इस काम में काफी वक्त भी लगता है लेकिन हर बिजनेस में बिजनेस के मालिक को किसी चीज का हिसाब जल्दी जानने की इच्छा रहती है। जेसे किस से कितने पैसे ओर कब लेने है और किसे कब कितने देने, मालिक छोटे-छोटे खर्च ना देखकर पूरे खर्च या फायदे को जानना चाहते हैं ऐसे में आपको पूरे हिसाब को जोड़ने में काफी वक्त लग सकता है लेकिन अगर आपने सारे हिसाब की एंट्री टैली में कर रखी है तो आप एक क्लिक पर अपने बॉस को बता सकते हैं कि किस व्यक्ति को उन्हें पैसे देने हैं और किस व्यक्ति से उन्हें पैसे लेने और इस साल उन्होंने कितना मुनाफा अर्जित किया है और कितना घाटा खाया है।

हिसाब किताब जल्दी जानना सिर्फ किसी कंपनी या फर्म में ही नहीं बल्कि किसी भी एकाउंटिंग और ऑफिस में होता है, जैसे की जिस जगह मैं काम करता हूं वहां जो हमारे बॉस है, उन्हें हिसाब पूछते ही बताना पड़ता है और यह सब मुमकिन है तो सिर्फ टैली में मेरी कि हुए एंट्रीज की मदद से इससे मैं 2 साल पुराने हिसाब की जानकारी भी पल भर में बता सकता हूं। तो टैली आपके डाटा को स्टोर करके calculate करना बहुत ही आसान है।

टैली कोर्स में क्या क्या सिखाया जाता है ?

टैली कोर्स में सबसे पहले tally का इंट्रोडक्शन दियाँ जाता है। जिसमे आपको बताया जाता है की टैली एकाउंटिंग क्या है ओर इसके के क्या-क्या रूल्स यानि नियम है, ताकि कोई कॉमर्स फील्ड का न भी हो तो इसे समझने में आसानी हो, उसके बाद बहुत दिनो तक tally course में accounting के बारे मैं basic और non-basic चीजे सिखाई जाती है, ताकि आप एकाउंटिंग सिख सके। 

बादमें आपको tally software मैं “company info” के बारे मैं बताया जाएगा, जहा पर कंपनी की जानकारी डाली जाती है, और फिर उसमें  कंपनी को क्रिएट करना यानी बनाना सिखाया जाता है।

उसके बाद आपको सिखाएँगे “accounting info” के बारे मे जिसमे आपको account क्रिएट करने ओर अकाउंट के बारे मे बहुत सारी जरूरी जानकारी दी जाती है ताकि आप समझ पाये की किसी भी चीज या व्यक्ति के नाम से tally मे अकाउंट केसे बनाये।

उसके बाद आपको “inventory info” के बारे मे बताया जाता है। ओर फिर ledger ओर vouchers, के बारे मे बताया जायेगा ओर साथ ही vouchers मे accounting vouchers, ओर inventory vouchers के बारे मे भी सिखाया जायेगा है।

उसके बाद टैली कोर्स मे आपको tally के कुछ खास features के बारे मे बताया जायेगा। जेसे; accounting features, inventory features, statutory & taxation.

accounting features- इसमे आपको accounts से स्ंबंधित सारे options दिखते है, ओर ऊन ऑप्शन को ही आपको इस्तेमाल भी करना है tally अकाउंटिंग मे।

inventory features- इस फीचर मे आपको स्टॉक्स से संबन्धित जानकारी के ऑप्शन मिलेंग ; स्टॉक्स से हमारा मतलब बिज़नस के products ओर रौ-मेटेरियल्स से है।

Statutory & Taxation- मे GST ओर INCOME TAX से संबन्धित जानकारी ओर ऊनके ऑप्शन मिलेंग ताकि आप अपनी GST ओर income tax  की गणना बड़ी ही आसानी से कर सके।

ओर भी बहुत सारे फिचेर्स के बारे मे आपको tally के कोर्से मे सिखाया ओर बताया जाता। जैसे;

  1. Discount entry
  2. Purchase order 
  3. Stock journal vouchers
  4. Use Tracking Numbers (Delivery/Receipt Notes) Rejection Out
  5. Rejection in
  6. Sales Order
  7. Credit Note Voucher
  8. Actual & Billed
  9. Petty Cash Voucher
  10. Physical Stock
  11. Price list Bill of Material
  12. Point of Sale
  13. Multi Currency (Foreign Currency)
  14. Interest Calculation
  15. Memorandum Voucher
  16. Reversing Journal
  17. Excise Duty
  18. Bank reconciliation
  19. Payroll

इन सारी छीजो के बारे मे आपको tally course मे सीखने को मिलेगा ओर जब आप ये एसबी सीख लेंगे। तब आपको TAX से संबन्धित विस्तार से पढ़ाया ओर सिखाया जाएगा।

जिनमे मुख्य तोर पर TDS- (Tax Deducted at Source), GST (Goods Service Tax), TCS (Tax collected at source), Service Tax. इन सारी टैक्स के सिस्टम के बारे मे आपको जानकारी लेनी होगी ताकि कल को अगर आप कही नोकरी करे तो आप अपना काम बहतर तरीके से कर पाये।

तो ये सारी छीजे आपको tally कोर्स मे सिखयी जाती हे, मेने जिस कौचिंग से कोर्स किया था वहा ये सारी छीजे ही सीखते थे, अब आप जहा से कोर्स कर रहे है, वहा क्या सिखाया जाता है ये आप मुझे comment मे बता सकते है ?

Tally Me Leadger kya hota hai- leadger Kaise Banaye ?

Tally मे Ledger का मतलब होता है खाते (accounts), जिसमे हम बिज़नस से संबन्धित लेनदेन के हिसाब को दर्ज करते हे। हर तरह के लेनदेन के लिए उसके नाम का Ledger बनाते है। जेसे: सारी खरीद को “Purchase account” के Ledger मे दर्ज किया जाता है, सारी बिकरी को “Sales account” के Ledger मे ओर सैलरी को “salary account ” के Ledger मे अंकित किया जाता है।

ओर अगर किसी व्यक्ति से आपके लेनदेन हो रहे हे, तो आप उस इंसान के नाम का Ledger बानांकर उसमे लेनदेन के अनुसार एंट्री कर सकते है। सरल शब्दो मे कहु तो ledger एक तरीके का खाता ही होता है, जिसमे हम सारे लेनदेन के हिसाब को नाम के अनुसार दर्ज कहते है।

इसे आप इस तरह से समझे पहले लोग रजिस्टर मे या कॉपी मे accounting करते थे, तब वे हर चीज के खर्च का अलग खाता बनाते थे।जेसे; कितने रुपयो का माल बेचा, कितना रुपयो का माल खरीदा, बिजली के बिल का खर्च, सैलरी किसे कितने पैसे दिये, किसने उधार नहीं दिया, ये सब कॉपी मे दर्ज करते थे। ओर अगर कोई उधार ले गया है तो ऊसके नाम का खाता बनाया जाता था जेसे; अभिषेक इस तारीख को इतने का समान ले कर गया है।

बस एसे ही tally मे Ledger होते है। जेसे मान लिजे हमने “abhishek ” का Ledger बनाय है तो आपको abhishek से हुए सारे लेनदेन का हिसाब ऊसी ledger मे अंकित करना है। ओर अगर आपने salary account के नामसे ledger बनाया है तो जितनी भी बिकरी हो आपको ऊसे sales account मे दर्ज करना है। बस एसे ही “Purchase account” मे खरीद का हिसाब ओर “Electric Exp” बिजली के हिसाब दर्ज करना।

अब बात करते है की tally me ledger Kaise Banaye ?

Ledger बनाने के लिए आपको एक कंपनी बनानी होगी उसके लिए आपको create company जाना होगा ओर company के जानकारी भर के कंपनी बना लेना है।

  1. कंपनी बनाने के बाद आपको “Gateway of Tally” मे masters दिखेगा उसके नीचे आपको Account Info के ऑप्शन को दबाना है।
  2. उसके बाद आपको का Groups ओर ledger का option दिखेगा तो आपको ledgers के बटन को दबाना है,
  3. उसके बाद आपको दो डार्क शीर्षक दिखेगी जिनमे लिखा होगा Single ledger ओर Multiple ledger.

Single ledger मे एक बार मे एक ही ledger बनाता है। वही Multiple ledger मे आप एक बार मे एक से ज्यादा ledger बना सकते है। फिलहाल आपको मे Single ledger को बनाने के बारे मे बताऊंगा।

  1. तो आपको Single ledger बनाने के लिए create के ऑप्शन को दबाना होगा।
  2. उसके बाद आपको Ledger बनाने का दशबोर्ड दिखेगा जहा आपको Ledger की जानकारी डालनी है।
  3. सबसे पहले ledger नाम डालना है उसके बाद ऊसका छोटा नाम डालना है, अगर आप चाहे तो हर जानकारी को भरने के बाद आपको enter दबाना है।
  4. नाम के बाद आपको ledger किस ग्रुप के अंडर रखना है वो डाल देना है। जेसे; “electric exp” को आप “Direct exp” मे डाल सकते है। ओर loan को “loan account” मे डाल सकते है।
  5. उसके बाद आपको Inventory value के बारे मे बताना होगा जिसे आप को no ही रखना है।
  6. उसके बाद सारी जानकारी भर देनी है ledger के बारे मे।
  7. ओर आखिर आपको opening balance रखना है जितना भी आपका opening balance हो ऊतना ओर credit करना है या debit करना है ये भी लिखना न भूले उसके बाद enter दबा कर yes को दबा दे ओर बस आपका ledger तयार हो जाएगा।

अब आप उस ledger की entry कर सकते।

टैली का फुल फॉर्म इन हिंदी | Tally Full Form in Hindi

Tally एक accounting सॉफ्टवेर ओर इसकी full form आपको internet बहुत सारी जगह मिल जाएगी ओर ऊनमे से बोहत सही भी है लकीन असल मे tally की full form Transactions Allowed in a Linear Line Yards होती है।

टैली के जनक कौन है ?

वेसे तो Tally सबसे ज्यादा प्रसिद्ध आज के वक्त मे है, लेकिन tally की शुरुवात सन 1988 मे हुई थी। तथा tally के जनक है श्याम सुंदर गोयंका ओर भारत गोयंका। श्याम सुंदर गोयंका ओर भारत गोयंका ने tally का आविष्कार किया ताकि लोगो का अकाउंटिंग करना आसान हो।

आज के वक्त मे tally एक बहुत बड़ी कंपनी के द्वारा संचालित की जाती है, जिसका नाम है “Tally Solution Pvt Ltd.” ओर इस कंपनी का मुख्य कार्यालय बंगलोरु कर्नाटका मे स्थित है। आज के वक्त मे tally का इस्तेमाल भारत के हर स्टेट मे किया जाता है, ओर अभी भारत मे tally के करीब 10 लाख से ज्यादा उपयोगकर्ता है।

निष्कर्ष

आज के आर्टिक्ल मे हमने जाना की टैली एकाउंटिंग क्या है और टैली का उपयोग क्या है, टैली के लाभ ओर टैली का उपयोग कैसे करें? साथ ही मेने आपको ये भी बाताया की टैली कोर्स में क्या क्या सिखाया जाता है ओर टैली में लेजर क्या है ओर लेजर केसे बनाते है तो अगर आपको ये सारी जानकारी पसंद आयी तो comment करे।

ओर अगर आप भी tally के बारे ये सर्च करते है की ; टैली कोर्स में क्या क्या पढ़ाया जाता है?, टैली क्या है हिंदी में?, टैली क्या है? ,टैली के जनक कौन है?, टैली का फुल फॉर्म इन हिंदी तो आप बिकुल सही आर्टिक्ल पढ़ रहे है क्यू की इन सारी छीजो को मैंने विस्तार से समझाया है।

2 thoughts on “टैली एकाउंटिंग क्या है और टैली का उपयोग क्या है | tally mai leadger Kaise Banaye ?”

Leave a Comment